इंदौर । सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में संचालित उद्योगों से निकलने वाले केमिकल युक्त व सीवरेज के पानी के उपचार के लिए निगम द्वारा यहां पर कामन इफ्युलेंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है, लेकिन प्लांट तक पानी पहुंचाने वाली सीवरेज पाइप लाइन व चैंबरों से गंदा पानी ओवरफ्लो होता रहता है। इसके कारण उद्योगों के कर्मचारी व अन्य लोग परेशान होते हैं। उद्योगों के संचालकों का कहना है कि नगर निगम द्वारा सीवरेज लाइन की सफाई सही तरीके से नहीं करवाई जाती है। जो पाइप लाइनें डाली गई हैं, उनका आकार छोटा होने के कारण गंदा पानी ओवरफ्लो होता है, जबकि निगम के अफसरों का कहना है कि सांवेर रोड क्षेत्र में कुछ प्लास्टिक उद्योग गंदे पानी के साथ पानी के टुकड़े भी बहा देते हैं। इसके कारण सीवरेज लाइन चोक हो जाती है। उद्योग संचालक व नगर निगम के अफसर एक दूसरे पर इस तरह आरोप-प्रत्यारोप कर जिम्मेदारी से बच रहे हैं। करोड़ों रुपये खर्च कर वर्ष 2017 में यहां के उद्योगों की सहूलियत के लिए लगाए गए चार एमएलडी क्षमता के कामन एफ्युलेंट ट्रीटमेंट प्लांट के होने के बाद भी औद्योगिक क्षेत्र की सड़कों पर ओवरफ्लो होते सीवरेज चैंबर व गंदा पानी इस पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। वर्तमान में सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र के बी, सी, ई व एफ सेक्टर में करीब 40 किलोमीटर हिस्से में डाली गई सीवरेज पाइप लाइन से एफ्युलेंट ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी पहुंचाया जाता है। ए, डी सेक्टर व कुम्हेड़ी, बरदरी क्षेत्र में पाइप लाइन नहीं होने से यहां के उद्योग अभी हर रोज 25 से 35 टैंकरों के माध्यम से पानी प्लांट तक पहुंचा रहे हैं। निगम द्वारा ए, डी और सी सेक्टर के कुछ हिस्से में पाइप लाइन बिछाने की योजना बनाई गई है, लेकिन अभी इस क्षेत्र में अतिक्रमण नहीं हटाए जाने के कारण लाइन बिछाने का काम शुरू नहीं हो सका है।

दूषित पानी के उपचार का सिस्टम बना परेशानी, औद्यागिक क्षेत्र की सड़कों पर बह रही गंदगी
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